UG-PG: Future of 20 lakh students in .........
राज्य का उच्च शिक्षा विभाग यूजी-पीजी की परीक्षा को लेकर कोई अंतिम फैसला घोषित नहीं कर पाया है. इससे करीब 20 लाख विद्यार्थी असमंजस में हैं. परीक्षाओं के मामले में गठित डॉ देवस्वरूप कमेटी अपनी रिपोर्ट तैयार कर दस जून को ही उच्च शिक्षा विभाग को दे चुकी है.
जयपुर. राजस्थान (Rajasthan) के कॉलेजों में पढाई करने वाले विद्यार्थी (students) अपनी परीक्षाओं को लेकर असमंजस में हैं. विद्यार्थियों के अलग-अलग वर्ग लगातार परीक्षा और प्रमोट करने के पक्ष को लेकर सोशल मीडिया पर अपनी मुहिम चला रहे हैं, लेकिन दूसरी तरफ राज्य का उच्च शिक्षा विभाग यूजी-पीजी (UG-PG) की परीक्षा को लेकर कोई अंतिम फैसला घोषित नहीं कर पाया है. इससे करीब 20 लाख विद्यार्थी असमंजस में हैं. परीक्षाओं के मामले में गठित डॉ देवस्वरूप कमेटी अपनी रिपोर्ट तैयार कर दस जून को ही उच्च शिक्षा विभाग को दे चुकी है. इसमें विश्वविद्यालयों के कुलपति और कॉलेज शिक्षा के अधिकारी भी शामिल रहे. जिन्होंने परीक्षाओं और प्रमोट के मामले में अपने सुझाव दिए थे. रिपोर्ट एक पखवाड़े पहले ही सरकार को सौंप दी गई है.
कमेटी के ज्यादातर सुझावों के मुताबिक यूजी के प्रथम एवं द्वितीय वर्ष और पीजी प्रिवियस को अस्थाई प्रमोट करने और आगामी दिनों में असेसमेंट पूरा करने को कहा है, जबकि यूजी-पीजी फाइनल की परीक्षाएं हर हाल में कराने के लिए कहा गया है. मामले में उच्च शिक्षा विभाग यूजीसी समेत विभिन्न संस्थाओं से भी राय ले चुका है, लेकिन अब तक निर्णय पर अंतिम मुहर नहीं लगाई जा सकी है.
कमेटी के ज्यादातर सुझावों के मुताबिक यूजी के प्रथम एवं द्वितीय वर्ष और पीजी प्रिवियस को अस्थाई प्रमोट करने और आगामी दिनों में असेसमेंट पूरा करने को कहा है, जबकि यूजी-पीजी फाइनल की परीक्षाएं हर हाल में कराने के लिए कहा गया है. मामले में उच्च शिक्षा विभाग यूजीसी समेत विभिन्न संस्थाओं से भी राय ले चुका है, लेकिन अब तक निर्णय पर अंतिम मुहर नहीं लगाई जा सकी है.
इधर, स्टूडेंट्स इस पसोपेश में हैं कि वे परीक्षाओं के लिए पढाई करें या फिर अगली कक्षा में प्रवेश की तैयारी. स्टूडेंट्स ने इस मामले में विभाग से जल्द निर्णय लेने की मांग की हैं. कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बाद मार्च-अप्रैल में इन परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया था, जिस पर निर्णय लिया जाना हैं. पिछले साल उच्च शिक्षा में फर्स्ट इयर सैंकड इयर और प्रिवियस स्टूडेंट्स को प्रोफेशल कोर्सेज के अलावा प्रमोट किया गया था.
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ReplyDeleteIt's really dangerous to conduct offline exams in such situation......delta+ variant had been found in rajasthan and now it's not tym to take offline exams.....ru should take open book perspective of final year students or for second year too.....life is more precious than to conduct exams on offline mode
ReplyDeleteYes... Sir agar exam lane he h to online lo jis sa sabhi students ko saft rha
DeleteSir 1st year or 2nd year ko promte krna he shi rha gaa jis sa bo next year ki study kr saka abhi all students es final jawab ka liya parsan h es liya aap sa request h ki jo bhi krna h bo jaldi kro
ReplyDeleteStudent union
Parmote 1st &2nd year
ReplyDeleteContinue 2 year permot Krna students ke favour me nhi hoga,2nd and 3rd year ke exam ho, only 1st year ko permot
ReplyDeleteQ 2nd year walo ne kya teri beja churali hai kya
DeleteAshok gahlot or rajasthan university ko is vare me jald declare krna chahiye ki 2nd year ko paemort kiya jae
ReplyDelete2nd year ko b jald parmot kiya jae
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